नए साल के शुभ अवसर पर इस ब्लॉग की यह बधाई रुपी पहली पोस्ट

| शुक्रवार, 27 मार्च 2009

नया साल अलग अलग जगह पर अलग नाम से जाना जाता है | महाराष्ट्र में गुडी पड़वा, आन्द्रा प्रदेश में युगादि , केरल में विशु के नाम से जाना जाता है | आप सब पाठको को इस नव वर्ष की बधाई |

5 टिप्पणियाँ:

दिगम्बर नासवा ने कहा…
27 मार्च 2009 को 12:31 pm बजे

Nav vrsh aapko bhi mybaarak

संगीता पुरी ने कहा…
27 मार्च 2009 को 12:31 pm बजे

बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

Deepak Sharma ने कहा…
28 मार्च 2009 को 12:57 am बजे

मेरी सांसों में यही दहशत समाई रहती है
मज़हब से कौमें बँटी तो वतन का क्या होगा।
यूँ ही खिंचती रही दीवार ग़र दरम्यान दिल के
तो सोचो हश्र क्या कल घर के आँगन का होगा।
जिस जगह की बुनियाद बशर की लाश पर ठहरे
वो कुछ भी हो लेकिन ख़ुदा का घर नहीं होगा।
मज़हब के नाम पर कौ़में बनाने वालों सुन लो तुम
काम कोई दूसरा इससे ज़हाँ में बदतर नहीं होगा।
मज़हब के नाम पर दंगे, सियासत के हुक्म पे फितन
यूँ ही चलते रहे तो सोचो, ज़रा अमन का क्या होगा।
अहले-वतन शोलों के हाथों दामन न अपना दो
दामन रेशमी है "दीपक" फिर दामन का क्या होगा।
@कवि दीपक शर्मा
http://www.kavideepaksharma.co.in
इस सन्देश को भारत के जन मानस तक पहुँचाने मे सहयोग दे.ताकि इस स्वस्थ समाज की नींव रखी जा सके और आवाम चुनाव मे सोच कर मतदान करे.
काव्यधारा टीम

अभिषेक मिश्र ने कहा…
28 मार्च 2009 को 4:07 am बजे

Shubhkaamnaon sahit Swagat.

GANGA DHAR SHARMA ने कहा…
29 मार्च 2009 को 3:32 am बजे

बहुत अच्छा मित्र . सतत लिखते रहो. शुभ कामनाएं

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